भारत ने ऑटो जगत के हीरा राहुल बजाज को खोया

दिल्ली व्यूरो
दिल्ली :भारत के अग्रणी कारोबारियों में से एक और बजाज ऑटो (Bajaj Auto) के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज (Rahul Bajaj) का शनिवार को निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। राहुल बजाज को निमोनिया था और दिल की भी समस्या थी। उन्हें एक महीने पहले रूबी हॉल क्लिनिक में भर्ती कराया गया था और शनिवार दोपहर 2.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
पिछले साल 30 अप्रैल को राहुल बजाज ने बजाज ऑटो के गैर-कार्यकारी निदेशक और अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें 1 मई से पांच साल की अवधि के लिए बजाज ऑटो के एमेरिटस अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। बजाज ऑटो ने एक आधिकारिक सूचना जारी करते हुए इस घटना पर दुःख व्यक्त किया है।
10 जून 1938 को जन्मे राहुल बजाज ने 40 से अधिक वर्षों तक बजाज समूह के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। राहुल बजाज को 2001 में तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उन्होंने राज्यसभा सांसद के रूप में भी काम किया था।
फरवरी 2021 तक, राहुल बजाज को 8.2 बिलियन अमरीकी डालर की संपत्ति के साथ दुनिया के अरबपतियों की फोर्ब्स सूची में 421 वें स्थान पर रखा गया था। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राहुल बजाज को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “एक सफल उद्यमी, परोपकारी और बजाज के पूर्व अध्यक्ष राहुल बजाज जी को मेरी हार्दिक श्रद्धांजलि। पद्म भूषण पुरस्कार विजेता राहुल जी के साथ मेरे व्यक्तिगत संबंध रहे हैं।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “देश के मशहूर उद्योगपति राहुल बजाज जी के निधन की बेहद दुखद खबर मिली। आर्थिक मोर्चे पर देश की प्रगति में उनका बड़ा योगदान रहा। ‘बुलंद भारत की बुलंद आवाज’ हर घर का हिस्सा बनी। ऐसी महान शख्सियत को मेरी भावपूर्ण श्रद्धांजलि।”
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने कहा, “पद्म भूषण श्री राहुल बजाज जी, एक प्रशंसित उद्योगपति और परोपकारी व्यक्ति के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ। शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। ओम शांति।”
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, “बजाज समूह के मानद अध्यक्ष राहुल बजाज का निधन भारत के व्यापारिक समुदाय के लिए एक क्षति है। शोक संतप्त परिवार और समूह के प्रति मेरी संवेदना। ओम शांति।”

इंदिरा गांधी की इच्छा थी कि वह अपने बेटे का नाम राहुल रखें.

बजाज के सम्बन्ध में जानकारी है किराहुल बजाज के पिता का नाम था कमलनयन बजाज और माता का नाम था सावित्री बजाजराहुल बजाज के दादा जमनालाल बजाज (Jamnalal Bajaj) को महात्मा गांधी अपना पांचवां बेटा मानते थे. जमनालाज बजाज भारत के पहले प्रधानमंत्री बने जवाहरलाल नेहरू के भी अच्छे दोस्त थे. कमलनयन बजाज और भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) एक ही स्कूल में पढ़ते थे.
भारतीय बिजनेस जगत की श्रेष्ठ कहानियां’ (मंजुल पब्लिशिंग) नामक पुस्तक के मुताबिक, कमलनयन बजाज के पहले बेटे के लिए ‘राहुल’ नाम जवाहरलाल नेहरू ने खुद चुना था. इसे लेकर उनकी बेटी इंदिरा गांधी नाराज हो गई थीं. दरअसल, इंदिरा की इच्छा थी कि वह अपने बेटे का नाम राहुल रखें. बाद में इंदिरा के पोते का नाम राहुल गांधी रखा गया. खास बात है कि राहुल बजाज ने अपनी पहली संतान का नाम राजीव (राजीव बजाज) रखा.

Related posts

Leave a Comment